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मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के 12वीं कक्षा तक के 250 सरकारी स्कूलों की सूची जारी की, परगट सिंह को पंजाब के स्कूलों की सूची जारी करने की दी चुनौती

दिल्ली बनाम दिल्ली के सरकारी स्कूल

  • -पंजाब की जनता तय करें दिल्ली का शिक्षा मॉडल अच्छा है या तथाकथित कांग्रेस का काम- मनीष सिसोदिया
  • -इस वर्ष दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 500 छात्राओं ने नीट, जेईई क्वालीफाई किया-दिल्ली के शिक्षा मंत्री
  •  कहा, शिक्षा सुधार, परीक्षाएं, नतीजे व बुनियादी ढांचे पर बहुत काम किया
  • – 250 ही नहीं दिल्ली में 1000 से ज्यादा ऐसे स्कूल जिनका नतीजा बहुत अच्छा है-मनीष सिसोदिया

चंडीगढ़ 

आम आदमी पार्टी आप के राष्ट्रीय नेता दिल्ली के उप मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने चुनौती दी थी कि दिल्ली के 12वीं कक्षा तक के 250 सरकारी स्कूलों की सूची जारी करें। पंजाब और दिल्ली सरकार के स्कूलों की स्थिति और संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था की तुलना करने के लिए पंजाब सरकार के ऐसे स्कूलों की सूची मांगी है। मनीष सिसोदिया ने रविवार को मीडिया को संबोधन करते हुए दिल्ली के उन 250 सरकारी स्कूलों की सूची जारी की, जिसमें शिक्षा सुधार, बुनियादी ढांचे, परीक्षाएं और नतीजों के क्षेत्र में सुधार किया है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ख़ुशी की बात है कि अब देश की राजनीति में खासकर चुनावों के दौरान शिक्षा एक मुद्दा बनता जा रहा है। ‘‘पिछले 5 सालों में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के क्षेत्र में जो काम हुए हैं और अन्य पार्टियां इस बारे में भी बात करने के लिए मजबूर किया है। उन्होंने कहा कि हाल में ही अरविन्द केजरीवाल ने पंजाब में अध्यापकों के लिए और इस सम्बन्ध में कई ऐलान किये थे। कांग्रेस ने दावा किया था कि उसने शिक्षा के क्षेत्र में बहुत काम किया है और दिल्ली में कोई काम नहीं किया।

इस लिए आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को पिछले पांच सालों में पंजाब में और दिल्ली में क्रमवार किये गए कामों के लिए खुली बहस के लिए चुनौती दी। हालांकि पंजाब के शिक्षा मंत्री ने कहा कि वह 250 स्कूलों की समीक्षा करनी चाहिए न कि 10 – 12 स्कूलों की समीक्षा होगी। इसलिए दिल्ली के 250 सरकारी स्कूलों की सूची जारी की। ‘दिल्ली के सभी स्कूलों में बहुत काम किया है। स्कूलों की इमारतें और बुनियादी ढांचे, परीक्षाएं और नतीजों को लेकर भी काम किया है।

मनीष सिसोदिया ने दिल्ली की प्राप्तियाँ को साझा करते कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी आई.आई.टी और जे.ई.ई. में दाख़िले लिए। उन्होंने कहा इस तरह के हज़ार से ज़्यादा स्कूल ऊँचे स्थान पर हैं और 250 स्कूलों के बारे में बात ज़रूर कर सकते हैं। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार ने 250 स्कूलों की सूची जारी की है। जिस में पिछले 5 सालों में काफ़ी सुधार किया है। यह स्कूल बारहवीं जमात तक स्कूल हैं। इन सभी स्कूलों में बुनियादी ढांचा और नतीजो में सुधार किया है। इस कारण नतीजे 80 फ़ीसद से अधिक 100 फ़ीसद हो गए हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकाबलों में शामिल होने वाले बच्चों की संख्या में भी विस्तार हुआ है और अध्यापकों को विदेशों में प्रशिक्षण दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे भी स्कूल हैं जिन के 50-50 विद्यार्थियों ने नीट परीक्षाएं पास की हैं। जब 70 विद्यार्थियों ने जेईई मेनज़ की परीक्षा पास की है। सिसोदियों ने कहा कि पिछले चार सालों में दिल्ली के सरकारी स्कूलों ने प्राईवेट स्कूलों से भी अच्छा प्रदर्शन किया है।

पंजाब के शिक्षा मंत्री प्रगट सिंह से पंजाब के सरकारी स्कूलों की सूची जारी करने की अपील पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि बहुत नम्रता और सम्मान के साथ वह प्रगट सिंह को विनती करते हैं कि जैसे उनकी अपील पर 250 स्कूलों की सूची जारी की गई है, अब पंजाब के 12वीं कक्षा तक के 250 स्कूलों की सूची जारी की जाये। जिन पर पंजाब सरकार ने पिछले पांच सालों में सुधार किया है। सिसोदिया ने कहा कि वह प्रगट सिंह के साथ दिल्ली और पंजाब के स्कूलों का दौरा करेंगे। दोनों राज्यों में दी जाती बुनियादी सहूलियतों के बारे में जांच करेंगे।

सिसोदिया ने कहा, ‘‘ मुझे उम्मीद है कि पंजाब के शिक्षा मंत्री आज शाम तक पंजाब के बारहवीं कक्षाओं तक के 250 सरकारी स्कूलों की सूची जारी कर देंगे।’’ उन कहा कि पंजाब के लोगों को मीडिया के ज़रिये तय करना चाहिए कि दिल्ली का शिक्षा माडल अच्छा है या कांग्रेस की तरफ से किया जा रहा तथा कथित काम। उन्होंने कहा, ‘‘ पंजाब के लोगों को देखना चाहिए कि किस सरकार के नेतृत्व में शिक्षा पर काम हुआ और कौन सी सरकार केवल झांसा दे रही है।’’

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