पंचकूला। पंचकूला के महापौर कुलभूषण गोयल ने की अध्यक्षता में नगर निगम पंचकूला फाइनेंस एंड कॉन्ट्रैक्ट कमेटी की बैठक हुई। बैठक में नगर निगम आयुक्त वीरेंद्र सिंह लाठर पार्षद सुनीत सिंगला, गुरमेल कौर सहित सुपरीटेंडेंट इंजीनियर अधिशासी अभियंता उपस्थित रहे। इस बैठक में 25 करोड़ रुपये के विकास कार्यों को स्वीकृति दी गई। सेक्टर 12 वार्ड नंबर 10 में सडक़ों के लिए 2 करोड़ 33 लाख रुपए मंजूर किए गए। सेक्टर 19 के अंडरपास के साथ जा रही सडक़ में ड्रेनेज सिस्टम ठीक ना होने के चलते बरसातों में काफी पानी भर जाता है, इसलिए सडक़ के साथ पानी की निकासी के लिए नया टेंडर बनाया गया है जिसमें कंक्रीट की रोड बनाई जाएगी और उसके साथ नया पाइप डालकर पानी की निकासी की जाएगी। इस काम पर एक करोड़ 45 लाख रुपए खर्च होंगे। वार्ड नंबर 10 के सेक्टर 12ए में दो करोड़ 32 लाख रुपये की सडक़ों के निर्माण की मंजूरी दी गई। वार्ड नंबर 17 सेक्टर 25 में दो करोड़ 83 लाख रुपए की लागत से सभी अंदरूनी सडक़ों का रिकारपेटिंग की जाएंगी। वार्ड नंबर 18 के सेक्टर 26 में तीन करोड़ 70 लाख रुपये से सडक़ों की रिकारपेटिंग की जाएगी।
बैठक में चंडी मंदिर सहित कुछ अन्य स्थानों पर सामुदायिक केंद्रों के निर्माण और के बारे में भी चर्चा हुई, जिसके बारे में अधिकारियों ने बताया कि एस्टीमेट बनाए जा रहे हैं। मनसा देवी कंपलेक्स में सामुदायिक केंद्र बनाने के लिए टेंडर लगा दिया गया है। इनके बारे में अगली बैठक में चर्चा होगी। स्पोट्र्स स्टेडियम बनाने के बारे में एक्सईएन ने बताया कि फिलहाल बाउंड्री वाल और हॉल की लागत सही नहीं है जिस के संबंध में अगली बैठक में चर्चा होगी इस काम पर लगभग 10 करोड़ की लागत आने की संभावना है। गांव कोर्ट में नंदी शाला के निर्माण के लिए 2 करोड़ 49 लाख रुपये की मंजूरी दे दी गई है। यहीं पर भारत माता मंदिर के निर्माण के लिए दो करोड़ 43 लाख रुपये की मंजूरी दी गई है।
गांव छोरी वाला में डोर टू डोर से एकत्रित हुए कूड़े का आरडीएफ बनाने के लिए टेंडर लगाने की मंजूरी दे दी गई है। यहां पर लगभग 90000 टन कूड़ा पड़ा है जिसकी टेंडर लगाने की अप्रूवल के बाद उसे अपलोड कर दिया जाएगा। इस कूड़े का भी आरडीएफ बनाया जाएगा। महापौर कुलभूषण गोयल ने बताया कि इस बैठक में पहले से लगे हुए कार्यों पर चर्चा हुई नगर निगम क्षेत्र में पड़ी जमीन की फेंसिंग करवाने के लिए टेंडर लगाने को कहा गया है। चंडीमंदिर के लिए सडक़ नेटवर्क बिछाने के लिए टेंडर लगाने को कहा गया है। कुछ पार्कों में कंपोस्ट पिट और रेन वाटर हारर्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के निर्देश दिए हैं।