- वितरण की गति में और अधिक तेजी लाने के लिए 2000 और ई-पीओएस मशीनें खरीदीं
- खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री ने योजना की प्रगति का लिया जायजा
चंडीगढ़।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा हाल ही में शुरू की गई ‘घर-घर मुफ़्त राशन योजना’ से झलकती पारदर्शिता ही इसकी मुख्य विशेषता है। योजना के अंतर्गत पैक किया गया गेहूं/आटा नेशनल फूड सक्योरिटी एक्ट, 2013 के अंतर्गत लाभार्थियों को मॉडल फेयर प्राइस शॉप (वाजिब मूल्य की दुकानों) के द्वारा पारदर्शी ढंग से लोगों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है।
यह बात आज यहां अनाज भवन में इस योजना की प्रगति का जायज़ा लेने सम्बन्धी बैठक के दौरान खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों संबंधी मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने ज़ोर देकर कही। उन्होंने आगे कहा कि इस सम्बन्ध में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और योजना की सफलता को सुनिश्चित बनाने के लिए ज़मीनी स्तर से फीडबैक की महत्वता पर ज़ोर दिया। इस मौके पर मंत्री को अवगत करवाया गया कि राज्य भर में कुल 627 मॉडल फेयर प्राइस शॉप्स चल रही हैं और अब तक इनके साथ जुड़े लाभार्थी परिवारों की संख्या 6.36 लाख के पार हो गई है। मंत्री को यह भी बताया गया कि इस समय वितरण के काम में जालंधर जिला अग्रणी है।
राज्य में गेहूं बांटने की गति में और अधिक तेज़ी लाने के लिए विभाग द्वारा 2000 और ई-पीओएस मशीनें खरीदी गई हैं और इस साल 31 मार्च तक वितरण को पूरा करने का लक्ष्य है। इस मौके पर अन्यों के अलावा विभाग के डायरैक्टर पुनीत गोयल और अतिरिक्त डायरैक्टर डॉ. अंजुमन भास्कर भी मौजूद थे।