chandigarh
यूटी चंडीगढ़ सबोर्डिनेट सर्विसेज फेडरेशन ने cp-3 मेंटेनेंस बूथ सेक्टर 16 के अधीन आते 83 कर्मचारी जिसमें बेलदार,राज मिस्त्री व कारपेंटर कार्यरत है इन सभी वर्करों की मांगों के संबंध में फेडरेशन ने यूटी सचिवालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू किया था यह धरना प्रदर्शन इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के उच्च अधिकारियों की गलती एवं ढीले रवैया के कारण अश्मी इंडस्ट्रीज नामक एजेंसी द्वारा सभी वर्करों की 4 महीने से तनख्वाह इपीएफ ईएसआई ना दिए जाने के बाद एजेंसी का ठेका रद्द कर दिया गया लेकिन सजा गरीब वर्करों को मिली इसी संबंध में मजबूर होकर सभी वर्करों को यह धरना प्रदर्शन शुरू करना पड़ा धरने प्रदर्शन के दूसरे ही दिन चीफ इंजीनियर सीवी ओझा ने प्रदर्शन कर रहे फेडरेशन के पदाधिकारियों को बातचीत के लिए बुलाया बातचीत के दौरान इंजीनियरिंग विभाग के सभी उच्च अधिकारी मौजूद थे और चीफ इंजीनियर ने माना कि वर्करों को यह सजा उनके ही अधिकारियों की गलतियों के कारण भुगतनी पड़ रही है और फेडरेशन की ओर से मीटिंग में शामिल प्रधान रणजीत मिश्रा महासचिव सुखबीर सिंह एवं बाली सिंह ने वर्करों को आ रही सभी समस्याएं चीफ इंजीनियर सीवी ओझा को बताई जिस पर चीफ इंजीनियर अपने ही अधिकारियों पर सख्ती करते नजर आए और cp3 मेंटेनेंस बूथ सेक्टर 16 सर्कल के एक्सईएन समेत संबंधित सभी अधिकारियों को 2 दिन में वर्करों की बकाया तनख्वाह डालने के आदेश दिए और ठेका रद्द करने के बाद नए ठेके की प्रक्रिया 15 तारीख तक किसी भी हालत में पूरा कर कर सभी पुराने वर्करों को दोबारा काम पर बुलाने के आदेश दिए।
बैठक में फेडरेशन द्वारा वर्करों को इपीएफ ईएसआई ठेकेदारों द्वारा ना जमा कराने के मुद्दे पर चीफ इंजीनियर ने बताया कि जल्द ही एक नोटिफिकेशन कर दी जाएगी जिसमें सभी सर्कल एक्सईएन की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी कि वर्करों के हर महीने इपीएफ ईएसआई की रिपोर्ट इकट्ठा करें अगर कोई भी ठेकेदार इपीएफ ईएसआई या तनख्वाह समय पर नहीं देता तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करके उसका ठेका रद्द कर दिया जाए. इसी आश्वासन के साथ फेडरेशन ने अगले आदेश तक इंजीनियरिंग विभाग में होने वाले अपने सभी धरने प्रदर्शन स्थगित कर दिए।