चण्डीगढ़
स्नातकोत्तर राजकीय महाविद्यालय 46, चण्डीगढ़ के इतिहास विभाग द्वारा आयोजित शहीद भगत सिंह की 115वीं जयंती को समर्पित एक कार्यक्रम करवाया गया जिसकी अध्यक्षता कालिज प्रिंसिपल डा. आभा सुदर्शन ने की। इस अवसर पर महाविधालय के रगमंच भवन में कालिज स्टॉफ और विद्यार्थियों के लिए भगत सिंह फिल्म का आयोजन किया गया। डा. आभा सुदर्शन ने अपने विचारों रखते हुए कहा कि शहीद भगत सिंह का जीवन और शहादत भारत की बलिदानी परम्पराओं का एक अभिन्न हिस्सा है। भारत की आज़ादी और अखंडता के लिए भारत के वीर शहीदों द्वारा डाला गया योगदान अतुलनीय है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। मुख्यवक्ता डा प्रशांत गौरव ने शहीद भगत सिंह के जीवन, फलसफा और संघर्ष के बारे में विस्तृत इतिहासिक जानकारी दी। दूसरे वक्ता डा. राजेश चंद्र ने कहा कि प्रदर्शित फिल्म से हमें अपने देश और समाज के प्रति प्रेरणा लेनी चाहिए जिससे कि हमारे जीवन में राष्ट्रभक्ति सदैव सशक्त रहे। इस अवसर पर डा. राजिंदर सिंह कौड़ा, डा. जी.सी. सेठी, डा. रमनदीप कौर, प्रो. वंदना, डा. विश्व गौरव और डा. प्रीतिंदर सिंह भी उपस्थित थे।
वाइस-प्रिंसिपल डा. बलजीत सिंह ने आए हुए महमानों, विद्यार्थियों और कालिज स्टॉफ का धन्यवाद किया और कहा कि भगत सिंह का जीवन आज भी हमारे लिए प्रासंगिक है। इस कार्यक्रम का आलेख और मंच सञ्चालन डा. राजेश चंद्र द्वारा किया गया।
वाइस-प्रिंसिपल डा. बलजीत सिंह ने आए हुए महमानों, विद्यार्थियों और कालिज स्टॉफ का धन्यवाद किया और कहा कि भगत सिंह का जीवन आज भी हमारे लिए प्रासंगिक है। इस कार्यक्रम का आलेख और मंच सञ्चालन डा. राजेश चंद्र द्वारा किया गया।