Chandigarh
हर क्षेत्र की अपने नियम कायदे होतेहै, जिसके हिसाब से उस क्षेत्र के लोग काम करते हैं. उसी तर्ज पर चिकित्सा के क्षेत्र में बीएचएमएस के नए बैच 2021-22 के स्वागत के लिए होम्योपैथिक कॉलेज सेक्टर 26 परिसर में व्हाइट कोट सेरेमनी (डब्ल्यूसीसी) का आयोजन किया गया। सफेद कोट समारोह का महत्व यह है कि यह प्रीक्लिनिक से क्लिनिकल स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में छात्रों के आगमन का प्रतीक है। नए छात्रों को होम्योपैथी के जनक डॉ0 हैनिमैन की शपथ दिलाई गई और छात्रों ने एक अच्छा चिकित्सक बनने और होम्योपैथी के सिद्धांतों का पालन करने का वादा किया। डॉ. संदीप पुरी ने कहा कि सफेद कोट शांति, पवित्रता, ईमानदारी और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। छात्रों को हमेशा अपने पेशे का सम्मान करना चाहिए और समुदाय के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए।
छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ अंकित दुबे ने अपने संस्थान के बाबत कहा कि चिकित्सा पेशा एक महान पेशा है और छात्रों ने होम्योपैथी में उत्कृष्टता पर विद्यमान इस संस्थान को चुना है। यह संस्थान चिकित्सा, नैतिकता और अनुशासन को बढ़ावा देता है। डॉ. अंकित दुबे ने आगे कहा कि कड़ी मेहनत और अनुशासन सफलता की कुंजी है। यह संस्थान भारत में होम्योपैथी के शीर्ष 10 संस्थानों में शामिल है