नारनौल
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के दिशा-निर्देशानुसार आज सेठ मुरलीधर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय निवाजनगर में बच्चों को नैतिक मूल्यों की शिक्षा सेमीनार का आयोजन किया गया।
सेमीनार में पूर्व जिला बाल कल्याण अधिकारी एवं योजना के राज्य नोडल अधिकारी विपिन कुमार शर्मा ने स्कूल विद्यार्थियों एवं अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है जिसे नैतिक मूल्यों का निर्वहन करना पड़ता है। मनुष्य के मुख्य नैतिक मूल्यों में सत्य, अहिंसा, परोपकार का समावेश होना चाहिए जिससे अच्छे परिवार, समाज व राष्ट्र का निर्माण हो सके। आज समाज में चारों ओर हिंसा, अलगाव आंदोलन, असमानता व अत्याचार, अपमान, अवसाद सभी कुरूतियां फैली हुई है जो कि नैतिक पतन की वजह से ही ज्यादा फल-फूल रही हंै। उन्होंने कहा कि इस समय नैतिक मूल्यों के बारे में बच्चों को जागरूक करना अत्यन्त आवश्यक है जिस वजह से उनका बचपन से ही नैतिक चरित्र निर्माण हो सके।
उन्होंने बताया कि शिक्षा का मूल उद्देश्य आदर्श मानव निर्माण करना है। अच्छी शिक्षा प्राप्त करके ज्ञानवान के साथ चरित्रवान भी बने। अपना चरित्र उज्जवल व निर्मल रखें तथा अच्छे समाज व राष्ट्र का निर्माण करें एवं राष्ट्र के प्रति सच्ची निष्ठा रखना भी नैतिक मूल्यों की श्रेणी में आता है। उन्होंने सभी उपस्थितजनों को नशा मुक्ति केंद्र, ई-लाईब्रेरी, साईंस म्यूजियम, कम्प्यूटर, सिलाई कढाई व कटाई, हेयर एडं स्किन केयर, तीरन्दाजी, जूडो-कराटे प्रशिक्षण केन्द्रों के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर प्राचार्य कृष्ण सिंह बालवान ने कहा कि जीवन में हर स्तर पर विद्याार्थियों को नैतिकता का पालन करना चाहिए। माता-पिता, गुरू अपने जीवन में नैतिक मूल्य धारण कर समाज को प्रेरणा दे सकते हंै। शिक्षा विभाग हरियाणा के नैतिक शिक्षा पाठ्यपुस्तक निर्माण समित्ति के सदस्य एवं बाल कल्याण परिषद् के आजीवन सदस्य डा. पंकज गौड़ ने कहा कि नैतिकता ऊपर से नहीं थोपी जा सकती। बुजुर्गों का सानिध्य, धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन बच्चों को सहज ही नैतिक बनाने में मदद करता है।
इस अवसर पर मणी प्रकाश आजीवन सदस्य बाल कल्याण परिषद, बाल भवन से आर्चरी कोच सुरेंद्र शर्मा, विनोद कुमार, अनीता यादव, मुकेश कुमार, प्रदीप यादव व धीरज शर्मा सहित विद्यालय परिवार के सभी सदस्य व छात्र व छात्राएं उपस्थित रहे।