- … ‘आप’ नेता जरनैल सिंह ने पार्टी में कराया शामिल, किया स्वागत
…’आप’ ने अकाली दल को दिया फिर करारा झटका,आचार संहिता लगने के बाद अकाली दल के कई दिग्गज नेता ‘आप’ में हो चुके हैं शामिल - कांग्रेस का चन्नी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाने के फैसले से निराश नेताओं ने चुनाव से पहले ही मानी हार : जरनैल सिंह
चंडीगढ़
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने अकाली दल को एक बार फिर बड़ा झटका दिया है। चुनाव आचार संहिता लगने के बाद पंजाब अकाली दल के दिग्गज नेताओं का पार्टी छोडक़र आम आदमी पार्टी में शामिल होने का सिलसिला जारी है। सोमवार को अकाली दल को उस समय बड़ा झटका लगा जब लुधिआना के पूर्व जिला उपाध्यक्ष सोहन सिंह खोखर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। आप के पंजाब मामलों के प्रभारी जरनैल सिंह और प्रवक्ता मलविंदर कंग की मौजूदगी में सोहन सिंह खोखर ने आप का दामन थामा।
सोहन सिंह खोखर अकाली दल के लुधियाना से जिला अध्यक्ष रह चुके हैं तथा शिअद से शिरोमणि कमेटी का चुनाव भी लड़ चुके हैं। इसके अलावा वह पार्टी की राज्य स्तरीय वर्किंग कमेटी के सदस्य भी रह चुके हैं। खोखर वर्तमान में लुधियाना जिला अदालत वेलफेयर एसोसिएशन तथा नंबरदार यूनियन लुधियाना के अध्यक्ष हैं। उनके साथ मोहाली जिला अदालत की बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट अमरजीत सिंह लौंगिया भी अपने साथियों के साथ आप में शामिल हो गए। लौंगिया बार एसोसिएशन के 7 बार अध्यक्ष रह चुके हैं। एडवोकेट अमरजीत सिंह लौंगिया के साथ “नो दि नेबर एसोसिएशन” मोहाली फेज- 4 के अध्यक्ष एडवोकेट प्रीतपाल सिंह बस्सी, एडवोकेट जरनैल सिंह,एडवोकेट गुरप्रीत सिंह, एडवोकेट रोहित गर्ग,एडवोकेट रंजोत सिंह संधू, एडवोकेट रीत कमल हांडा, एडवोकेट रोहित कुमार,एडवोकेट परमिंदर सिंह और एडवोकेट जसमीत सरवारा ने भी आप का दामन थामा।
आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद सोहन सिंह खोखर ने कहा कि अकाली दल की भ्रष्ट नीतियों से पंजाब के लोग तंग आ चुके हैं। पार्टी में अपने लोगों और कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है और बाहरी लोगों को अहमियत दी जा रही है।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए जनरैल सिंह ने कहा कि कांग्रेस का चन्नी को सीएम उम्मीदवार बनाने का फैसला उसके नेताओं को रास नहीं आ रहा। पंजाब के लोग तो पहले ही कांग्रेस से पीछा छुड़ाना चाहते हैं लेकिन जब से कांग्रेस ने चन्नी को सीएम उम्मीदवार घोषित किया है तब से पार्टी के नेता भी निराश और हताश हैं। वे चुनाव से पहले ही अपनी हार को स्वीकार कर बैठे हैं।
अपने और पत्नी की नाम पर प्रॉपर्टी न लेने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जनरैल सिंह ने कहा कि 4 महीने में जिस मुख्यमंत्री ने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर करोड़ों रुपए इकट्ठे कर लिए, उसे अब और प्रॉपर्टी लेने की क्या जरूरत है। चन्नी के भतीजे के घर पर ईडी की छापेमारी में मिले करोड़ों रुपए, लग्जरी गाड़ियां और अरबों रुपए की जमीन जायदाद के कागजात पंजाब की जनता के टैक्स के पैसे की लूट का प्रमाण हैं। आप नेता ने कहा कि पंजाब की जनता इस बार बदलाव चाहती है। लोगों को ने झाड़ू का बटन दबाकर आम आदमी पार्टी को जिताने और आप की सरकार बनाने का मन बना लिया है।