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आकाश इंस्टीट्यूट के छात्र रजत गोयल ने नीट परीक्षा में ऑल इंडिया रैंकिंग में पांचवां स्थान हासिल किया

  • आकाश के छात्र रजत गोयल ने नीट परीक्षा में एआईआर 5 पाकर ट्राइसिटी में टॉप किया

 चंडीगढ़

आकाश इंस्टीट्यूट के छात्र रजत गोयल ने प्रतिष्ठित राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा (नीट) में प्रभावशाली एआईआर 5 हासिल की है। इसी इंस्टीट्यूट के अभिनव शर्मा ने एआईआर 23 हासिल की। दोनों ही छात्रों ने प्रतिष्ठित मेडिकल प्रवेश परीक्षा में प्रभावशाली रैंकिंग हासिल करके इंस्टीट्यूट और ट्राइसिटी को गौरवान्वित किया है। रजत गोयल ने 720 में 715 और अभिनव शर्मा ने 710 अंक प्राप्त किये। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट के नतीजे घोषित किये हैं। दोनों ही  त्रों ने दुनिया की सबसे कठिन प्रवेश परीक्षा मानी जाने वाली नीट को क्रैक करने के लिए दो साल के क्लासरूम प्रोग्राम के तहत आकाश इंस्टीट्यूट में दाखिला लिया था।

आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) के प्रबंध निदेशक,  आकाश चौधरी ने दोनों छात्रों की प्रशंसा करते हुए  कहा, ‘हम रजत और अभिनव को उनकी अनुकरणीय उपलब्धि के लिए बधाई देते हैं। देश भर से 16 लाख से अधिक छात्रों ने नीट 2021 परीक्षा दी थी। उनकी उपलब्धि उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ-साथ उनके माता-पिता के सहयोग को भी दर्शाती है। हम उनके भविष्य के प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।’

रजत ने कहा, ‘मैं टॉप परसेंटाइल की उच्च सूची में आने का श्रेय संस्थान के टीचर्स को देना चाहूंगा, जिन्होंने हर कांसेप्ट को समझने में मेरी मदद की।’

अभिनव ने कहा, ‘इंस्टीट्यूट कड़ाई के साथ शैड्यूल का पालन करता है, जिससे मुझे बहुत मदद मिली।’

चौधरी ने आगे कहा कि महामारी से प्रभावित शैक्षणिक वर्ष के दौरान, आकाश इंस्टीट्यूट ने छात्रों को नीट में टॉप पर्सेंटाइल स्कोरर बनाने के लिए अतिरिक्त प्रयास किये। हमने अपने छात्रों के लिए हमेशा उपलब्ध रहने के लिए अपनी डिजिटल उपस्थिति बढ़ाये रखी। हमने अध्ययन सामग्री और प्रश्न बैंकों को ऑनलाइन उपलब्ध कराया। हमने परीक्षा की तैयारी और समय प्रबंधन कौशल पर कई वर्चुअल प्रेरक सत्र और सेमिनार आयोजित किए। यह देखकर खुशी हो रही है कि हमारे प्रयास रंग ला रहे हैं, जैसा कि हमारे छात्रों की स्कोर शीट से स्पष्ट है, जिनमें से कई अपनी पसंद के शीर्ष मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने की राह पर हैं।

नीट  का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा सालाना उन छात्रों के लिए क्वालीफाइंग टेस्ट के रूप में किया जाता है, जो भारत में सरकारी और निजी संस्थानों में अंडर ग्रेजुएट मेडिकल (एमबीबीएस), डेंटल (बीडीएस) और आयुष (बीएएमएस, बीयूएमएस, बीएचएमएस आदि) कोर्स करना चाहते हैं या फिर विदेश में प्राथमिक चिकित्सा योग्यता हासिल करने के इच्छुक हैं।

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