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अखिल भारतीय जाट महासभा पंजाब ने अमरिंदर सिंह ढींढसा को उपप्रधान बनाया

  • किसान आंदोलन में आधारभूत सुविधाएं मुहैया करवाने पर अखिल भारतीय जाट महासभा ने ढिंढसा को उप प्रधान बना किया सम्मानित


चंडीगढ़

कृषि कानूनों को लेकर किसानों द्वारा किए गए आंदोलन में अमरिंदर सिंह ढींडसा द्वारा उन्हें आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराने पर अखिल भारतीय जाट महासभा पंजाब ने उन्हें सम्मानित करते हुए संस्था का उपप्रधान नियुक्त किया है।

चंडीगढ़ प्रेस क्लब सेक्टर 27 में पत्रकारों को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया जाट महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा पंजाब अध्यक्ष हरपाल सिंह हरपुरा, ने कहा कि ऑल इंडिया जाट महासभा आगामी पंजाब विधान सभा चुनावों के मद्देनजर अपनी रणनीति के साथ साथ अमरेन्द्र सिंह ढींढसा की पंजाब जाट महासभा के उपाध्यक्ष के रुप में नियुक्ति किया हैं।

हरपाल सिंह हरपुरा ने कहा कि महासभा ने देश के 9 राज्यों में ओबीसी रजिस्ट्रेशन को लेकर बड़ी लड़ाई लड़ी है जिसे इसमें उन्हें सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि अब वह सरकार से आठ लाख से कम आय वाले किसानों को ओबीसी वर्ग में शामिल करने तथा उन्हें नौकरियों में रिजर्वेशन एवं आर्थिक सहायता प्रदान करने की लड़ाई लड़ेंगे। किसान नेताओं द्वारा पंजाब में चुनाव लड़े जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि महासभा किसी भी ऐसे नेता का समर्थन चुनाव में नहीं करेगी ना तो वह उनका विरोध करेगी और ना ही उनका पक्ष लेगी। उन्होंने कहा कि जाट सभा एक नॉन पॉलिटिकल संस्था है जिसका चुनावी पार्टियों से कोई लेना-देना नहीं है।

अमरिंदर सिंह ढींढसा ने पत्रकारों को बताया कि अखिल भारतीय जाट महासभा पंजाब ने उन्हें संस्था का प्रधान नियुक्त कर उन्हें सम्मानित किया है उसके लिए वह संस्था के आभारी हैं उन्होंने कहा कि भविष्य में भी वह किसानों के आवाजों को बुलंद करते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि शंभू बॉर्डर पर उन्होंने पंजाब की तरफ से किसानों की सेवा में जितना सहयोग हो सका उन्होंने किया। उन्होंने किसानों के लिए गर्म कंबल, टेंट, रजाइया, हीटर, गर्म स्वेटर, मसाज की मशीनें व लंगर की व्यवस्था कराई थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने मैडम नवजोत कौर सिद्धू के सहयोग एवं आदेशों पर लंगर लगाया था।

उन्होंने कहा कि महासभा किसानों के हित के लिए काम कर रही है इसलिए वह इसके साथ जुड़कर किसानों को हर संभव सहायता मुहैया कराने का हमेशा प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब सहित देश के अन्य हिस्सों में बिना जमीन वाले किसान बेरोजगार होते जा रहे हैं इसके लिए वे प्रयास करेंगे कि उन्हें सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाए ताकि वह अपना जीवन यापन सही ढंग से कर सकें। उन्होंने कहा कि दाना मंडी में फसल बेचने में किसानों को भारी दिक्कत आती है वह इन दिक्कतों को दूर करवाने का प्रयास करेंगे उन्होंने सरकार से अपील की है कि जमींदारों की फसल बर्बाद होने पर उन्हे मुआवजा आदि की व्यवस्था की जाए छोटे किसान अपनी आवाज को सरकार तक पहुंचाने में विफल रहते हैं इसलिए वह छोटे किसानों की आवाज बनकर प्रकार से उनके हितों की हमेशा अपील करते रहेंगे वहीं पंजाब में पशुधन को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे ताकि किसानों को पशुओं के पालन आदि में आ रही दिक्कतों एवं व्यवसाय की परेशानियों को दूर किया जा सके। इस मौके पर महासभा के यूथ वाइस प्रेसिडेंट अनूप चौधरी भी मौजूद थे।

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