Chandigarh
दास धर्म सेवा सेवादारी समागम के अंतिम दिन हज़ारो की संख्या में भक्तों ने प्रवचन सुने ओर सच्चाई और इमानदारी रास्ते पर चलने का प्रण लिया सचखण्ड नानक धाम के प्रमुख परम संत महाराज त्रिलोचन दास जी ने उपस्थित श्रद्धालु जनों के अपार जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा की दास धर्म का मूल तत्त्व है की मानव सही मायनो में मानव तभी बन सकता है जब वह आत्मिक और मानसिक रूप से शांत हो और दुसरो की भलाई के लिए तत्पर रहे I व्यक्ति में मानवता के प्रति प्रेम करने के लिए गुरु की आवश्यकता है क्योंकि वही मानव रुपी बर्तन को मांज कर माँज कर साफ़ कर नवीनता देता है.
शिवरात्रि के अवसर पर इस समागम पर गुरु महाराज जी ने भगवान् महादेव की उपमा की और विश्व भर में एक जुट होकर शांति की स्थापना करने के प्रयास करने का आहवान किया ताकि आने वाले समय में सारा विश्व ही वसुधैव कुटुम्बकम के मत को सार्थक कर सके I