चंडीगढ़ , धन्वंतरी आयुर्वेद कॉलेज में अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन की कार्यकारिणी व स्थाई समिति की हुई बैठक में आयुर्वेद टूरिज्म आयुष वीजा हील इन इंडिया पोर्टल पर विस्तृत मंथन हुआ ।
वैद्य त्रिगुणा व डॉ राकेश शर्मा ने जानकारी दी आयुर्वेद की दवा निर्माता कंपनियां भारत की प्राचीनतम पद्धति के प्रचार प्रसार के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं इसी कड़ी में हिमालय फार्मा ने एक करोड़ , मुल्तानी फार्मा ने एक करोड़ धूतपापेश्वर फार्मा ने एक करोड रुपए की ग्रांट आयुर्वेद महासम्मेलन संस्था को दी है।
वही 1100000 रुपए डॉ नरेश मित्तल डायरेक्टर धनवंतरी कॉलेज में 1100000 रुपए त्रिगुणा की बेटी ने भी संस्था को दिए हैं , हरियाणा आयुर्वेद सभा ने 1 लाख की डोनेशन भी दी।
भारतवर्ष के सभी आयुर्वेदिक डॉक्टर हील इन इंडिया पोर्टल पर रजिस्टर कर कर आयुर्वेद टूरिज्म में अपना योगदान दे सकते हैं। हील इन इंडिया पोर्टल के तहत आयुष वीजा जारी होंगे जानकारी दी डॉ राकेश शर्मा व डॉ संजीव गोयल रजिस्ट्रार रविदास यूनिवर्सिटी ने जिन्हें पंजाब सरकार ने रजिस्ट्रार के तौर पर 3 वर्ष की एक्सटेंशन भी दे दी है। सभा के अंत में डॉ अनिल भारद्वाज व डॉ गीता जोशी ने उपस्थित गणमान्य का धन्यवाद दिया।
गौरतलब है कि गत वर्ष नरेंद्र मोदी ने आयुर्वेद शिखर सम्मेलन के अवसर पर कहा था कि 2014 में भारत में आयुष क्षेत्र करीब 300 करोड़ का था, जो अब बढ़कर 1800 करोड़ से अधिक का हो गया है। आयुष मंत्रालय ने पारंपरिक दवाओं के क्षेत्र में स्टार्टअप संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं।