एक निजी कोरियर कंपनी के दो कर्मचारियों को किडनैप करके उनसे लाखों रुपये की गोल्ड और डायमंड की ज्वैलरी लूटने वाले चार लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि वारदात में शामिल बाकी दो साथियों की तलाश अभी जारी है। आरोपियों से लाखों रुपये की गोल्ड और डायमंड की ज्वैलरी बरामद की गई है। गिरफ्तार किए गए लुटेरों की पहचान अंबाला निवासी आशू, जसप्रीत सिंह, त्रिलोक सिंह और राजस्थान के रहने वाले रविंदर के रूप में हुई है। जबकि इसी लूट में अंबाला निवासी रिंकू और हरदीप अभी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है। इसकी पुष्टि एसएसपी मोहाली विवेकशील सोनी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में की है।
एसएसपी विवेकशील सोनी ने बताया कि सेक्टर-47 चंडीगढ़ स्थित एक कोरियर कंपनी के दो कर्मचारी 23 मई को गोल्ड और डायमंड की ज्वैलरी से भरा बैग लेकर कोरियर करने के लिए फेज-11 रेलवे स्टेशन के लिए निकले थे। इस ज्वैलरी को आगे अमृतसर सहित अन्य जगहों पर पहुंचाना थी। दोनों कर्मचारी बैग लेकर ऑटो में सवार होकर रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे तो इस दौरान एक कार में सवार होकर आए लुटेरों ने ऑटो को रोककर घेर लिया। इसके बाद दोनों कर्मचारियों को हथियार दिखाकर कार में किडनैप करके अपने साथ ले गए। इसके उन्हें बनूड़ रोड पर कार से धक्का देकर फेंक दिया था और ज्वैलरी से भरा बैग एक अन्य कार में पीछे से आए अपने साथियों को पकड़ा दिया था। इसके बाद कोरियर कंपनी ने इस लूट की लिखित शिकायत पुलिस को दी थी और पुलिस ने अज्ञात लुटेरों के खिलाफ केस दर्ज कार्रवाई शुरू कर दी थी।
पुलिस ने सूचनाएं जुटाकर चार लुटेरों को किया काबू
एसएसपी सोनी ने बताया कि इस लूट की जांच कर इसका खुलासा डीएसपी सिटी-2 की सुखजीत सिंह विर्क के नेतृत्व में फेज-11 थाना प्रभारी गगनदीप सिंह ने किया है। उन्होंने लुटेरों की सूचनाएं जुटाते हुए लूट में शामिल एक आरोपी आशू का सुराग लगाकर पहले उसे गिरफ्तार किया। इसके बाद उससे पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उसके साथियों जसप्रीत सिंह, त्रिलोक सिंह और रविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही इनके कब्जे से लूटी गई 72.36 लाख रुपये की गोल्ड और डायमंड की ज्वैलरी बरामद कर ली है। वहीं, पुलिस ने इस लूट में इस्तेमाल की गई आई-20 कार को भी बरामद कर लिया है। जबकि आरोपी इतने शातिर हैं कि कार पर जानबूझकर फर्जी नंबर लगाया हुआ था, जिससे नंबर नोट हो जाने के बाद कार का पता न लगाया जा सके। वहीं, इस मामले में पुलिस को दूसरी कार की तलाश है, जिसमें लूट की वारदात को अंजाम दिया था। एसएसपी ने बताया कि इस लूट के मास्टर माइंड त्रिलोक और आशू हैं, जिन्होंने लूट की योजना बनाई थी और इसमें रविंदर ने साथ दिया था, क्योंकि उसका भाई पहले से कोरियर कंपनी में काम करता था। इस बात का फायदा उठाकर रविंदर कई बार कंपनी के दफ्तर में गया और उसे यह जानकारी थी कि कोरियर में लाखों रुपये की ज्वैलरी डिलीवर होती है। दूसरी ओर तीनों ने मिलकर वारदात को अंजाम देने के लिए जसप्रीत उर्फ जस्सी, रिंकू और हरदीप को हायर किया था, जिसके लिए जसप्रीत को ज्वैलरी, रिंकू और हरदीप को नकदी दी गई थी।