- फारेस्ट रेंजर के लिए लागू शर्तों में हो तुरन्त बदलाव
चंडीगढ़। हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुधा भारद्वाज ने प्रदेश सरकार द्वारा फॉरेस्ट रेंजर पोस्ट के लिए हरियाणा की बेटियों की ‘‘छातियां मापने’’ के आदेश को क्रूरतापूर्ण व महिलाओं को शर्मसार करने वाला करार दिया है।
आज यहां जारी एक बयान में सुधा भारद्वाज ने कहा कि फॉरेस्ट रेंजर व डिप्टी फॉरेस्ट रेंजर पोस्ट के लिए उम्मीवार युवतियों/महिलाओं की छातियां मापी जाएंगी।
सरकार द्वारा जारी नोटिस में शर्त रखी गई है कि महिलाओं/युवतियों की ‘अनएक्सपेंडेड चेस्ट’ 74 सेंटीमीटर, ‘एक्सपेंडेड चेस्ट’ 79 सेंटीमीटर होनी चाहिए। यह कार्य अपने आप में अपमानजनक, संवेदनहीन व संस्कारहीन है तथा हरियाणा की बेटियों का अपमान है। भारद्वाज ने कहा कि हरियाणा में महिला पुलिस कांस्टेबल व महिला एसआई पुलिस की भर्ती में भी उम्मीदवार युवतियों की छाती नहीं मापी जाती। उन्होंने कहा कि क्या मुख्यमंत्री एवं हरियाणा सरकार नहीं जानती है कि सेंट्रल पुलिस ऑग्रेनाइजेशन में भी महिलाओं की छाती मापने का कोई मापदंड नहीं है।
फिर हरियाणा की बेटियों को अपमानित करने के लिए फॉरेस्ट रेंजर व डिप्टी रेंजर की भर्ती में यह शर्त क्यों लागू की गई है। सुधा भारद्वाज ने कहा कि सरकार इस अधिसूचना पर माफी मांगते हुए तुरंत वापस ले और लड़कियों को इस परीक्षण से छूट दी जाए।
प्रदेश की बेटियों की छाती मापने का आदेश सरकार का हमारी बेटियों के मान-सम्मान के प्रति असंवेदनशीलता का उदाहरण है।