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सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त द्वारा ‘सिख ऑफ द ईयर अवार्ड’ से सम्मानित

  • साहनी ने यूके में ऑक्सफोर्ड, कैंब्रिज और एलएसई में अध्ययन के इच्छुक पंजाबी छात्रों के लिए समर्थन की घोषणा की

लंदन

सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी को इंग्लैंड में भारतीय उच्चायुक्त महामहिम विक्रम डोरास्वामी द्वारा ‘सिख ऑफ द ईयर अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार ऐतिहासिक लिंकन इन, लंदन में आयोजित एक शानदार समारोह में प्रदान किया गया और इसमें ब्रिटेन की संसद और प्रशासन के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों के साथ ब्रिटेन और विदेशों के प्रबुद्ध और प्रभावशाली सिखों ने भाग लिया ।
यह पुरस्कार द सिख फोरम इंटरनेशनल जो एक सांस्कृतिक और धर्मार्थ संगठन है जिसका उद्देश्य सिख धर्म की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना और शांति, ईश्वर की एकता और सार्वभौमिक भाईचारे का संदेश फैलाना है द्वारा प्रदान किया गया । समारोह की अध्यक्षता द सिख फोरम इंटरनेशनल के वैश्विक अध्यक्ष श्री रंजीत सिंह ओबीई ने की।
साहनी ने पुरस्कार के लिए धन्यवाद देते हुए, ब्रिटेन में सिख समुदाय के लिए विस्तारित समावेशिता का आभार किया, और कहा कि इसे मनाया जाना चाहिए और इसके बारे में बात की जानी चाहिए।
उन्होंने भारतीय/सिख मूल की कलाकृतियों के लिए ब्रिटिश सरकार के साथ लंदन में एक समर्पित संग्रहालय स्थापित करने का भी अनुरोध किया, ताकि भारतीय विरासत को एक स्थान पर एक साथ लाया जा सके।
साहनी ने ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड, कैंब्रिज और एलएसई में अध्ययन के इच्छुक पंजाबी छात्रों की शिक्षा का समर्थन करने के लिए सिख इंटरनेशनल फोरम से भी आग्रह किया और शिक्षा प्राप्त कर पुनः भारत में कार्य करने वाले छात्रों के लिए शिक्षा छात्रवृत्ति कोष की स्थापना के लिए 100,000 पाउंड के योगदान की घोषणा की।
साहनी को हमारे समाज और संस्कृति पर उनके प्रभाव के बारे में विचार-विमर्श के बाद उनके परोपकारी योगदान के लिए सम्मानित किया गया। साहनी, जो पंजाब से सांसद (राज्यसभा) हैं एवं सन फाउंडेशन के चेयरमैन भी हैं, जो वंचित समुदायों को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न पहलों का नेतृत्व करता है।
हाल ही में, सांसद साहनी ने गुरुद्वारा सिंह सभा से संरचनात्मक सौंदर्यीकरण और लंगर के लिए अत्यधिक व्यय में कटौती करने और बच्चों और युवाओं की शिक्षा के लिए बजट आवंटित करने का आग्रह किया था।
उन्होंने हाल के यूपीएससी परिणामों के आलोक में भारत में सिविल सेवा की तैयारी करने के इच्छुक पंजाबी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की घोषणा भी की है, जो स्पष्ट रूप से भारतीय प्रशासनिक सेवाओं के बीच पंजाबी प्रतिनिधित्व की गिरती संख्या के संदर्भ में एक सकारात्मक पहल है।
साहनी कोरोना के दौरान जनता के लिए अपने संपूर्ण समर्थन एवं सेवा के लिए कोरोना योद्धा भी माने जाते है। वे समुदाय के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए एक उत्साही कार्यकर्ता भी हैं और सन फाउंडेशन के अंतर्गत एन्जिल्स ऑफ़ सन जैसी उनकी पहल ने कई युवाओं को एक पूर्ण और समृद्ध करियर प्राप्त करने में मदद की है। कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के बाद हजारों युवाओं के लिए रोजगार सुनिश्चित करने पर उन्हें ‘भारत के रोजगार पुरुष’ के रूप में भी जाना जाता है।
इसके अलावा विक्रमजीत सिंह साहनी विश्व पंजाबी संगठन के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जिसकी पूरे विश्व में 20 से अधिक देशों में इकाईयां हैं और उन्होंने पंजाबियों को एकजुट करने और समृद्ध संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया है।

विदेशों से कई निकासी के लिए पुनर्वास सहायता में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है – वर्ष 2021 में अफगान शरणार्थियों का बचाव और पुनर्वास, वर्ष 2023 में तुर्की में फंसे 17 छात्रों की निकासी और हाल ही में ओमान में फंसी 50 से अधिक पंजाबी महिलाओं की वतन वापसी शामिल है ।

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