लुधियाना
हंगामा डिजिटल मीडिया के स्वामित्व वाले एक प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म, हंगामा प्ले ने अपना नया हिंदी ओरिजिनल एंथोलॉजी – ‘तेरा छलावा’ लॉन्च किया है। इस क्राइम थ्रिलर में कविता कौशिक, कबीर सदानंद, संदीपा धर, मनीष गोपलानी, अन्वेषी जैन, समीक्षा बटनगर, अमित बहल, धीरज तोतलानी, आभास मेहता, वेदिका भंडारी और अर्चना वेडनेकर जैसे इंडस्ट्री के कुछ सबसे बड़े नाम मुख्य भूमिकाओं में हैं। रोशमिला भट्टाचार्य द्वारा लिखित ‘तेरा छलावा’ में प्यार, धोखे और मर्डर मिस्ट्री से जुड़ी हुई पांच अनोखी और उलझी हुई कहानियां हैं, जो निश्चित रूप से आपको स्क्रीन से बांधे रखेंगी और आप अपनी सीट से उठ नहीं पाएंगे। इनमें से हर कहानी को पांच अलग-अलग निर्देशकों ने निर्देशित किया है। निर्देशकों में कबीर सदानंद (जलपरी, गुलाबो), प्रबल बरुआ (हैप्पी एनिवर्सरी), दीपक सुनील प्रसाद (ओह बेबी), और राजिंदर सिंह पुलर( कश्मकश) शामिल हैं।
जब आप प्यार में होते हैं तो आप कुछ भी कर सकते हैं। प्यार आपको सबसे ऊंचे पहाड़ों पर चढ़ाएगा…. सबसे गहरे समुद्र को पार कराएगा। साथ ही साथ अप्रत्याशित घटनाओं की वजह से यह आपको पागल भी कर सकता है। ‘तेरा छलावा’ ऐसी ही पांच असामान्य कहानियां लेकर आया है जहां प्रेम बर्बादी का द्वार है। चाहे वह वेश्या हो, जो नए सिरे से जिंदगी को शुरू करने के लिए कुछ भी कर सकती है; एक कपल जो अपनी पहली प्रेगनेंसी को सेलीब्रेट कर रहा है और साथ ही साथ बेवफाई से भी निपट रहा है; एक पति अपनी शादी की सालगिरह पर अपनी पत्नी को सरप्राइज करने के लिए अपनी आर्थिक क्षमताओं से ऊपर और परे जा रहा है; एक जाने-माने संगीतकार को अपने जीवन का सबसे मुश्किल फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा; या एक सफल उपन्यासकार जो अनजाने में अपने ही कयामत की स्क्रिप्ट लिख देता है; ये सभी कहानियाँ प्रेम की जटिल बारीकियों को बयां हैं। हमने सुना है कि ‘प्यार मारता भी है’, लेकिन हममें से कोई नहीं जानता कि कैसे, कब और क्यों। ‘तेरा छलावा’ इस यूनिवर्सल फीलिंग के उन गहरे पक्षों की पड़ताल करता है।