चंडीगढ़
प्रशासन से डायरेक्टर हैल्थ को पंजाब वापस भेजने की मांग चंडीगढ़ शहर के सभी राजनीतिक दलों से बर्खास्तगी को बहाल करवाने की अपील 178 बर्खास्त एन.एच. एम कर्मचारियों की बहाली के लिए आश्वासन देकर पलटी डायरेक्टर हैल्थ डा सुमन सिंह के अड़ियल रवैए को देखते हुए संयुक्त कर्मचारी मोर्चा यू.टी एवं एम.सी की आपातकालीन मीटिंग में शामिल छह फैडरेशनों द्वारा 6 दिसंबर सोमवार को डायरैक्टर हैल्थ डा सुमन सिंह के आफिस का घेराव करने का निर्णय लिया गया ।
डा सुमन सिंह ने हाल ही में पंजाब से डैपुटेशन पर डायरैक्टर हैल्थ एवं फैमिली वेलफेयर चंडीगढ़ का पदभार संभाला है ।। जब से डा सुमन सिंह ने पदभार संभाला है तब से ही वह अपने निर्णयों के कारण विवादों में घिरी है ।डा सुमन सिंह चंडीगढ़ जैसे जिम्मेदार शहर की चिकित्सा व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में अक्षम लग रही है व अपने अड़ियल रवैए के कारण कर्मचारियों के रोष का कारण बनी हुई हैं । एक तरफ शहर में कोरोना की तीसरी लहर व नए वेरियंट को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन बराबर दिशा निर्देश जारी कर रहा दूसरी ओर जी एम एस एच सैक्टर 16 अस्पताल प्रशासन द्वारा कोरोना महामारी में सराहनीय सेवाएं देने वाले कर्मचारियों की बहाली पर अड़ियल रवैया अपनाया जा रहा है ।
अस्पताल प्रशासन के इस दोहरे मापदंड में डा सुमन सिंह पूर्ण रूप से जिम्मेदार है ।178 बर्खास्त एन एच एम कर्मचारियों की बहाली के मसले पर सैक्रेटरी हैल्थ द्वारा सकारात्मक आश्वासन के बावजूद जी एम एस एच सैक्टर 16 चंडीगढ़ की स्क्रीनिंग कमेटी में शामिल डा सुमन सिंह अस्पताल द्वारा दिए गए सहमति प्रस्तावों को कर्मचारियों द्वारा पूरा करने पर भी व संयुक्त कर्मचारी मोर्चा से हुई मीटिंग में दिए गए ज्वाइनिंग के आश्वासन पर पलटने इत्यादि पर तथा बहाली पर निर्णय लेने में अपनी अक्षमता जाहिर कर रही हैं ।
संयुक्त कर्मचारी मोर्चा की आपातकालीन मीटिंग में शामिल कनवीनरों गोपाल दत्त जोशी,अश्विनी कुमार, राजिंदर कुमार, सुखबीर सिंह,बिपिन शेर सिंह व स्टेट एक्सिक्यूटिव मैंबर्स रघबीर चंद,राजिंदर सिंह,राजा राम वर्मा, अशोक कुमार इत्यादि ने चंडीगढ़ प्रशासन से डा सुमन सिंह द्वारा चंडीगढ़ के माहौल खराब करने व कर्मचारियों में बढ़ते रोष को देखते हुए उन्हें उनके पैतृक राज्य पंजाब भेजने की मांग भी की । संयुक्त कर्मचारी मोर्चा द्वारा चंडीगढ़ की सभी राजनीतिक पार्टियों से शहर में कोविड महामारी दौरान सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित किए एन एच एम कर्मचारियों की बर्खास्तगी को बहाल करवाने में सहयोग करने की अपील भी की गई । संयुक्त कर्मचारी मोर्चा ने डा सुमन सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि चंडीगढ़ शहर में अगर चिकित्सा व्यवस्था को लेकर अगर कोई अनहोनी होगी तो डायरैक्टर हैल्थ इसके लिए जवाबदेह होंगी ।