डेराबस्सी। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के राज्य प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू बुधवार को एक चैनल को इंटरव्यू देने के लिए चंडीगढ़-अंबाला हाईवे पर सेठी ढाबे में पहुंचे थे। हिंदू संगठनों ने उनकी ओर से गुग्गा जाहरवीर के बारे में गलत शब्दावली का इस्तेमाल करने के मामले में उनका जबरदस्त विरोध शुरू कर दिया। उन्होंने सिद्धू को काली झंडियां दिखाकर रोष प्रदर्शन किया। वहीं, कानून व्यवस्था बनाए रखने और माहौल खराब होने से बचाने के लिए जिला मोहाली पुलिस ने भारी सुरक्षा प्रबंध किए हुए थे।
इस मौके पर गोरख टिल्ला बागड़ राजस्थान के सदस्य सुरेश शारदा, टोनी राणा प्रधान राजपूत सभा सहित अन्य ने कहा कि यह कोई पहली बार नहीं है कि सिद्धू ने सत्ता के नशे में हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। पहले भी सिद्धू कई बार हिंदू देवी देवताओं को लेकर गलत शब्दावली इस्तेमाल कर चुके हैं। उन्होंने डेराबस्सी पुलिस स्टेशन में नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। इसी दौरान भारी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सिद्धू के काफिले को रोकने की कोशिश की। लेकिन पुलिस फोर्स ने उन्हें रोक दिया और सिद्धू के काफिले को रास्ता दिलवाया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस स्टेशन के बाहर सिद्धू के खिलाफ नारेबाजी की।
हिंदू संगठनों का विरोध देखते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने बीते दिनों पुलिस के खिलाफ इस्तेमाल की गई गलत शब्दावली के लिए माफी मांगी। वहीं कांग्रेसी नेता फतेह सिंह बाजवा और बलविंद्र सिंह लाडी के भाजपा में शामिल होने के बारे में उन्होंने कहा कि टिकटें न मिलने के कारण दोनों नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। सर्वे के आधार पर टिकटें बाटीं जाएंगी। जिसकी जीतने की उम्मीद होगी उसी उम्मीदवार को कांग्रेस टिकट देगी। भाजपा के कांग्रेसी नेताओं को शामिल करने पर उन्होंने कहा कि भाजपा के अपने पल्ले कुछ नहीं है। इस कारण वह दूसरी पार्टियों के नेताओं को साथ ले रही है। जबकि भाजपा साफ सुथरे चेहरे लाने में नाकाम साबित हो रही है और लोग जिसको पसंद करते हैं उसे टिकट मिलेगी। उन्होंने अपना पंजाब मॉडल भी लोगों के सामने पेश किया और पंजाब को वित्तीय तौर पर फिर से मजबूत करने का दावा किया। इस मौके पर नवजोत सिंह सिद्धू के साथ कांग्रेसी नेता अमित बावा, अमृतपाल सिंह, जसपाल सिंह, उदयवीर सिंह ढिल्लों, रणजीत सिंह रैडी, मुकेश राणा और अन्य नेता मौजूद थे।