चण्डीगढ़ : पंजाब एण्ड सिंध बैंक, चण्डीगढ़ शाखा द्वारा 116 वां स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम से क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालय में आंचल कार्यालय चण्डीगढ़ एवं पंचकूला द्वारा मनाया। इस प्रोग्राम में पंजाब एण्ड सिंध बैंक के शाखा प्रबंधकों, सेवानिवृत अधिकारियों एवं ग्राहकों द्वारा भाग लिया गया।
कार्यक्रम में सुबह श्री गुरु ग्रंथ साहिब का कार्यालय में प्रकाश किया गया तथा बैंक की तरक्की एवं खुशहाली के लिए श्री सुखमणि साहिब का पाठ किया गया। इस दौरान सेवा निवृत्त अधिकारियों को सिरोपा देकर उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया। बैंक द्वारा इस मौके पर लंगर का आयोजन भी किया गया। इस कार्यक्रम में पहुंचे बैंक ग्राहकों ने खुशी व्यक्त की तथा और नए ग्राहकों को बैंक से जोड़ने का आश्वासन दिया।
स्थापना दिवस समारोह के हिस्से के रूप में पंजाब एंड सिंध बैंक ने चलने फिरने में अक्षम व्यक्तियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए एक सार्थक पहल की। बैंक द्वारा इस मौके पर दिव्यांग लोगों को व्हीलचेयर दान की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अनिल कुमार आंचलिक प्रबंधक पंचकूला एवं शैलेंद्र परिहार आंचलिक प्रबंधक चंडीगढ़ द्वारा की गई। उन्होंने बताया की बैंक ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए स्थापना दिवस के मौके पर दिव्यांग लोगों को पूर्ण भारत वर्ष में व्हीलचेयर दान की।
अनिल कुमार ने बताया कि बैंक की स्थापना 1908 में समाज के कमजोर वर्ग को उनके जीवन स्तर के ऊपर उठने के लिए आर्थिक प्रयासों में मदद करने के लिए सामाजिक प्रतिबद्धता के सिद्धांत पर की गई थी और जिस पर बैंक निरंतर 116 वर्षों से सेवा कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस कड़ी में बैंक ने यूनिक एप विकसित किया और जल्द ही बैंक व्हाट्सएप बैंकिंग भी ग्राहकों के लिए उपलब्ध करवा देगा।
इस कार्यक्रम में उप महाप्रबंधक स.करमजीत सिंह ने बताया की बैंक ने ग्राहकों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए विशिष्ट उत्पाद विकसित किए हैं जैसे आवास ऋण वाहन ऋण शिक्षा ऋण इसके अलावा खुदरा उत्पादों के साथ-साथ बैंक के पास किसने लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों के लिए सभी प्रकार के ऋण उपलब्ध है। स.करमजीत सिंह ने सरकार द्वारा चलाई विभिन्न योजनाओं के बारे में भी ग्राहकों को बताया।
इस मौके पर आंचलिक प्रबंधक पंचकूला श्री अनिल कुमार जी ने कहा कि जिस तरह गत वर्ष बैंक ने 1313 करोड़ का लाभ दर्ज किया उसी प्रकार इस वर्ष भी रिकॉर्ड लाभ दर्ज करेंगे। इस कार्यक्रम में अंचल कार्यालय चण्डीगढ़ एवं पंचकूला के अन्य स्टाफ सदस्य भी मौजूद थे।