Breaking News

राजनेताओं और अधिकारियों के सुरक्षा बलों की संख्या की समीक्षा करें मुख्यमंत्री: अमन अरोड़ा

  • पंजाब में चुनाव से ठीक पहले क्यों सिर उठा लेते हैं देश विरोधी तत्व? राजनीतिक दलों और सुरक्षा एजेंसियों से सवाल: आप

चंडीगढ़ 
आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता एवं विधायक अमन अरोड़ा ने देश की बाहरी एवं आंतरिक सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए। लेकिन प्रदेश के राजनेताओं और अधिकारियों की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या की समीक्षा तत्काल कराए जाने की आवश्यकता है। क्योंकि पंजाब पुलिस के अधिकांश जवान अनावश्यक राजनेताओं और अधिकारियों की सुरक्षा में तैनात है। इस कारण जवानों की संख्या कम होने से आमजन की सुरक्षा को खतरा है। अरोड़ा ने मुख्यमंत्री द्वारा अपने सुरक्षा अमले को कम करने के बयान का स्वागत किया और कहा यह घोषणा केवल मुख्यमंत्री तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि तत्काल प्रभाव से कार्रवाई दिखनी चाहिए।
शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में विधायक अमन अरोड़ा ने कांग्रेस सरकार से सवाल किया है कि चुनाव के समय ही पंजाब और देश की सुरक्षा के लिए खतरा क्यों बढ़ जाता है? उन्होंने कहा कि आमजन की सुरक्षा को किन्हीं भी राष्ट्रविरोधी असामाजिक तत्वों से खतरा है तो फिर केंद्र और राज्य सरकार की जांच एजेंसियां क्या कर रही हैं? उन्होंने चुनाव से ठीक पहले सीमा पार और आंतरिक देश विरोधी तत्वों के सक्रिय होने से पर बढ़ रहे समाचारों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कहा कि यदि ऐसा हो रहा है तो इसकी जिम्मेदार केवल राज्य और कंद्रीय जांच एवं खुफिया एजेंसियां हैं।
विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि ‘आप’ देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा से छेड़छाड़ कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। अरोड़ा ने दलील दी कि जब नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी खतरा महसूस नहीं कर रहे तो आतंकवाद क्यों व कौन पैदा कर रहा है और टिफिन बम कहां से आ रहे हैं? क्या कांग्रेस, बीजेपी और बादल अपनी राजनीतिक आदत के अनुसार चुनाव से पहले एक विशेष वर्ग को डराने-धमकाने का माहौल बना रहे हैं।
अमन अरोड़ा ने कहा कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले भी उक्त राजनीतिक दलों ने आम आदमी पार्टी (आप) को रोकने के लिए इसी पैंतरे का इस्तेमाल किया था। मौड़ बम विस्फोट का मामला इसका स्पष्ट उदाहरण है। यदि मामले में कोई सच्चाई है तो पंजाब और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने मौड़ बम विस्फोट की अभी तक जांच किन कारणों से पूरी नहीं की? पंजाब की शांति को भंग करने वाले साजिशकर्ताओं की जानकारी को गोपनीय क्यों रखा गया है? ‘आप’ ने चन्नी से मौड़ बलास्ट की जांच की ताजा स्थिति स्पष्ट करने की मांग भी की।
अमन अरोड़ा ने सवाल खड़ा किया कि प्रदेश में अब कथित सुपर सीएम नवजोत सिंह सिद्धू की अध्यक्षता वाली चन्नी सरकार है, तो फिर पंजाब को इस भय की चिंता से मुक्त क्यों नहीं किया जा रहा है? यह ज्वलंत सवाल नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और दोनों उप-मुख्यमंत्रियों सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी के लिए भी है।
अमन अरोड़ा ने कहा कि वर्ष 2022 में पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के साथ ही मोड़ बम धमाकों की सच्चाई सार्वजनिक की जाएंगी और दोषियों के साथ-साथ साजिशकर्ताओं को भी बख्शा नहीं जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *