- -हम पंजाब को एक ईमानदार सरकार देंगे-केजरीवाल
- -एक अप्रैल के बाद व्यापारियों को डरने की जरूरत नहीं-केजरीवाल
- -पंजाब को अपराधियों, भ्रष्टाचार और इंस्पेक्टरी राज से मुक्ति दिलाएंगेे-केजरीवाल
- -करदाता-व्यापारियों-कारोबारियों
को भी चोर समझती हैं सरकारें-भगवंत मान - -मान बोले, अब व्यापारियों समेत सभी वर्गों के लिए अरविंद केजरीवाल ही उम्मीद की किरण
बठिंडा/चंडीगढ़
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय कन्वीनर एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में फैले भ्रष्टाचार, अपराध व इंस्पेक्टरी राज और माफिया राज पर चोट करते हुए घोषणा की है कि 2022 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर पंजाब को अपराधियों, गुंडों, भ्रष्टाचारियों और इंस्पेक्टरी राज से मुक्त कर दिया जाएगा। एक अप्रैल के बाद प्रत्येक व्यापारी-कारोबारी की सुरक्षा की जिम्मेदारी `आप’ सरकार की होगी।
बठिंडा में शुक्रवार को व्यापारियों और कारोबारियों के साथ केजरीवाल की बातचीत कार्यक्रम में संबोधित करते हुए केजरीवाल ने जहां व्यापारियों-कारोबारियों और उद्योगपतियों की समस्याओं और आवश्यकताओं के संबंध में जाना, वहीं उन्होंने कारोबारियों के लिए दो बड़ी घोषणाएं की। केजरीवाल ने पहली घोषणा मेें कहा कि 1 अप्रैल 2022 के बाद हर व्यापारी की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी (आप की सरकार) की होगी। डरना छोड़ दो और व्यापार व उद्योग के विकास के लिए अभी से योजनाबंदी शुरू कर दो। दूसरी घोषणा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की तरह पंजाब में भी एक ईमानदार सरकार देंगे।
केजरीवाल ने पंजाब के लोगों से अपील की है कि पंजाब ने कांग्रेस, अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी को पंजाब में सरकार बनाने के बहुत मौके दिए हैं लेकिन अब एक मौका आम आदमी पार्टी को भी देकर देखो। एक बार मौका दीजिए फिर दिल्ली की तरह `आप’ की सरकार को कोई भी नहीं हिला सकेगा।
इस मौके मंच पर प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद भगवंत मान, पंजाब मामलों के इंचार्ज जरनैल सिंह, सह-प्रभारी राघव चड्ढा और नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा उपस्थित रहे, जबकि मंच संचालन की जिम्मेदारी वरिष्ठ नेता एवं विधायक अमन अरोड़ा ने निभाई।
अरविंद केजरीवाल ने व्यापारियों और कारोबारियों से सहयोग की मांग करते हुए अपील की है कि समूचा कारोबारी जगत पंजाब में बनने वाली `आप’ की ईमानदार सरकार में पार्टनर (भागीदार) बनें। उन्होंने कहा कि हम अन्य पार्टियों की तरह व्यापारियों से पैसे लेने नहीं, बल्कि सहयोग मांगने और सरकार में हिस्सेदार बनाने आए हैं, क्योंकि पंजाब को अलग तौर पर स्थापित करना है और विकास के शिखर पर लेकर जाना है।
केजरीवाल ने पंजाब में फैले अपराध, भ्रष्टाचार और इंस्पेक्टरी राज को पूरी तरह खत्म करने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि व्यापारी-कारोबारी डर में जी रहे हैं। ऐसे माहौल में व्यापार तरक्की कैसे करेगा? उल्टा व्यापारी अपने कारोबार को सीमित ही रखना चाहेगा। जबकि पंजाब में आवश्यकता है कि व्यापार तरक्की करे, ताकि नौजवानों को रोजगार मिले। इसलिए पंजाब में अपराध और भ्रष्टाचार मुक्त सुरक्षित माहौल बनाया जाएगा। उन्होंने व्यापारियों से हैरानी के साथ पूछा कि जो-जो टैक्स क्या है? पुलिस आपराधिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं करती?
चन्नी सरकार पर तंज कसते हुए केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी की नकल करना आसान है लेकिन अमल करना मुश्किल है, क्योंकि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी `आप सरकार’ के कार्यों को देख इंस्पेक्टरी राज खत्म करने, व्यापारियों को भागीदार बनाने और उद्योगों को सुविधाएं प्रदान करने की घोषणाएं तो जरूर करते हैं लेकिन अमल नहीं करते। उन्होंने आरोप लगाया कि चन्नी सरकार के पास न अच्छी नीयत और न ही नीति है। इस कारण पंजाब में करीब 2700 होटल बंद हो गए और हजारों उद्योग पंजाब से बाहर पलायन कर गए।
इस मौके पर `आप’ पंजाब के प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद भगवंत मान ने कहा कि देश में काबिज सरकारें व्यापारियों, आढ़तियों और उद्योगपतियों को चोर समझती हैं। जबकि यही लोग सबसे अधिक कर (टैक्स) की अदायगी करते हैं। कारोबारी ईमानदार सरकार को खुशी से टैक्स देता है, क्योंकि वह जानता है कि इस टैक्स का लाभ किसी न किसी रूप में उसे या उसके परिवार को मिलेगा। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली में टैक्स घटाए , इंस्पेक्टरी राज खत्म किया और फैक्ट्रियों के लिए बिजली-पानी समेत अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति की। इस कारण आज दिल्ली में उद्योग, व्यापार और अन्य कारोबार तरक्की कर रहे हैं।
भगवंत मान ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा हमारे आढ़तियों को चोर, बिचौलिया व न जाने क्या कुछ कहती है, जबकि आढ़ती किसान का सर्विस प्रोवाइडर (सेवाएं देने वाला) है। उन्होंने कहा कि किसानों और आढ़तियों को सदियों पुराना अटूट रिश्ता रहा है। यहां तक की आढ़तिए किसानों के बेटे-बेटियों के रिश्ते भी करवाते हैं और यह रिश्ते सबसे अधिक मजबूत साबित होते हैं। उन्होंने आढ़तियों को किसानों का अघोषित सीए (चार्टड अकाउंटेंट) भी कहा। मान ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार के पास न औद्योगिक नीति है और न ही व्यापारिक नीति है और न ही शिक्षा व स्वास्थ्य की नीति है। उन्होंने कहा कि देश एक अंधेरी सुरंग में गिर चुका है और इस 70 साल की अंधेरी सुरंग में आम आदमी पार्टी एक रोशनी की किरण जैसी नजर आ रही है, जो लोगों के पक्ष की राजनीतिक व्यवस्था स्थापित कर रही है।
भगवंत मान ने कृषि विरोधी काले कानूनों के संबंध में कहा कि यदि यह किसान और खेतीबाड़ी विरोधी कानून लागू हो गए तो इनका सीधा घातक असर व्यापारियों, कारोबारियों और उद्योग जगत पर पड़ेगा, क्योंकि सबकुछ कृषि से जुड़ा हुआ है।
इस दौरान अमन अरोड़ा ने व्यापारियों-कारोबारियों को वैट के संबंध में जारी किए गए सवा दो लाख नोटिसों को व्यापार-कारोबार पर सरकार का घातक हमला करार दिया।
इस मौके पर कुलतार सिंह संधवां, सरबजीत कौर माणुके, प्रो. बलजिंदर कौर, मीत हेयर, कुलवंत सिंह पंडोरी, प्रिंसिपल बुद्धराम, मनजीत सिंह बिलासपुर, अमरजीत सिंह संदोआ, जै सिंह रोड़ी(सभी विधायक), और नील गर्ग, गुरजेंट सिंह सिवीया, चरणजीत सिंह अकांवाली, जगरूप सिंह गिल, डा. विजय सिंगला, मास्टर जगसीर सिंह, बलकार सिंह सिद्धू, सुखबीर सिंह माइसरखाना, अनिल ठाकुर, नवदीप सिंह जीदा, अमृत गर्ग आदि स्थानीय नेता शामिल रहे।