चंडीगढ़
अमरिका से पधारे प्रवासी कवि निखिल डोगरा का नवप्रकाशित काव्य संग्रह ‘रहनुमा न थाÓ का विमोचन गांधी स्मारक भवन सेक्टर 16 के सभागार में हुआ। यह इनका दूसरा काव्य संग्रह है। कार्यक्रम के मुख्यतिथि प्रसिद्ध शायर बी.डी. कालिया हमदम, वशिष्ठ अतिथि सौभाग्य वर्धन, बलकार सिद्धू और अध्यक्षता कविवर प्रेम विज ने की। कार्यक्रम संवाद साहित्य मंच की ओर से हुआ। मंच संचालन संगीता शर्मा कुंद्रा और सरस्वती वंदना सौमेश ने की। स्वागत डॉ. देवराज ने किया।
डॉ. एम.पी. डोगरा ने कवि के जीवन और कृतित्व पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात कविवर निखिल डोगरा ने अपनी रचना प्रक्रिया के बारे में बताया तथा कुछ कविताओं का पाठ किया। काव्य संग्रह के बारे में श्री कालिया ने कहा कि निखिल की कविताएं नई पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करती हैं। कविवर प्रेम विज ने कहा कि इन कविताओं में समाज है, परिवार है, मन है, रिश्ते हैं और आसपास का प्रवेश है। पुस्तक पर डॉ. विनोद शर्मा, सुशील हसरत नरेलवी, अश्वनी शांडिल्य, डॉ. अनीश गर्ग ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर परिवार के सदस्यों के अलावा चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला के अनेक साहित्य उपस्थित थे।