- श्रद्धा और विश्वास के साथ हरि नाम संकीर्तन करने से मिलता है भक्ति का मार्ग: कथा व्यास
चंडीगढ़
श्रद्धा और विश्वास के मिलन से ही प्रभु भक्ति का मार्ग मिलता है इसलिए भगवान के प्रेम को प्राप्त करने के लिए जीवन में श्रद्धा और विश्वास का होना अति आवश्यक है और श्रद्धा और विश्वास से मनुष्य को भक्ति का मार्ग तब मिलता है जब वह हरि नाम संकीर्तन करता है।
यह प्रवचन कथा व्यास अतुल कृष्ण शास्त्री ने सेक्टर 23 स्थित श्री महावीर मंदिर मुनि सभा (साधु आश्रम) में पूज्यपाद ब्रह्मलीन श्री सतगुरु देव श्री श्री 108 श्री मुनि गौरवानंद गिरि जी महाराज की प्रेरणा से परम्परानुसार सभा के प्रधान श्री दलीप चंद गुप्ता के नेतृत्व में 53वां वार्षिक मूर्ति स्थापना समारोह के आयोजन के दौरान दिये।
इस दौरान कथा व्यास ने भगवान के मधुर भजन गाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर किया। कथा से पूर्व सभा के प्रधान श्री दिलीप चंद गुप्ता ने समारोह में उपस्थित आमंत्रित महापुरुषों तथा श्री श्री 108 स्वामी श्री पञ्चानन गिरि जी महाराज का तिलक किया तथा सांस्कृतिक सचिव पं. दीप भारद्वाज ने हनुमान जी का पूजन विधि किया किया। इस अवसर पर दिलीप चंद गुप्ता ने बताया कि समारोह का आयोजन श्रद्धा भाव के साथ किया जा रहा है जो कि शाम 4 बजे से रात्रि 7 बजे तक किया जाता है। सोमवार 28 फरवरी को प्रात: 8:30 बजे हवन, कथा का भोग तथा विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में सभा से प्रधान दिलीप चंद गुप्ता, सांस्कृतिक सचिव पं. दीप भारद्वाज, उप प्रधान ओपी पाहवा, महासचिव एस आर कश्यप, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र गुप्ता, कार्यालय सचिव नंदलाल शर्मा अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।