चंडीगढ़
हरियाणा के 13 जिलों में आज पल्स पोलियो 2021-22 का पहला उप राष्ट्रीय टीकाकरण (एसएनआईडी) कार्यक्रम शुरू किया गया। इसमें 13 लाख 40 हजार बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई गई। पांच वर्ष से कम उम्र के जो बच्चे, आज झुग्गी-झोपडिय़ों, ईंट भट्टों व प्रवासी आबादी वाले स्थलों पर टीकाकरण से छूट गए हैं, उनको 20 जून व 21 जून 2022 को पोलियो ड्रॉप्स दी जाएंगी।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा के अंबाला, फरीदाबाद, गुडग़ांव, झज्जर, करनाल, कुरुक्षेत्र, मेवात, पलवल, पंचकुला, पानीपत, रोहतक, सोनीपत और यमुनानगर जिलों में बच्चों को आज पोलियो रोधी खुराक दी गई। इस दौरान कोविड-19 महामारी के वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए सभी स्वास्थ्य अधिकारी और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं ने पूरी सावधानी के साथ काम किया। उन्होंने व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, मास्क, सैनिटाइजर, दस्ताने आदि का उपयोग करते हुए हाथों की स्वच्छता, श्वसन स्वच्छता और सामाजिक दूरी रखने के उपायों का पालन किया।
प्रवक्ता ने बताया कि उक्त में से अधिकांश जिलों में पोलियो-बूथों का उद्घाटन जिला प्रशासन और सिविल सर्जनों ने क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्तियों द्वारा करवाया। उन्होंने बताया कि राज्य में इस अभियान के दौरान लगभग 25 लाख बच्चों को कवर किया जाना है। आज बूथ-दिवस पर छूटे हुए बच्चों का पता लगाने और उन्हें पोलियो की खुराक पिलाने के लिए घर-घर जाने का अभियान अगले दो दिनों तक जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि आज 5 वर्ष से कम उम्र के लगभग 54 प्रतिशत (13,40,000) बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई गई। इस अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रदेश में लगभग 13,000 बूथ स्थापित किए गए थे और इनमें लगभग 50,000 स्वास्थ्य अधिकारियों, स्वयंसेवकों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा वर्करों ने सेवाएं दीं । इनके अलावा, लगभग 2,100 अधिकारियों ने पोलियो-गतिविधि की निगरानी की। उन्होंने बताया कि पूर्व में प्रिंट मीडिया और अन्य आईईसी गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया गया था।