- आज के केंद्रीय बजट में एक बार फिर से छला गया आम आदमी: योगेश्वर शर्मा
- कहा: वित्त मंत्री की ओर से आज कि चिंता छोड़कर अगले 25 साल का जुमला देश की जनता को इस बजट में दिखाया है।
पंचकूला
आम आदमी पार्टी ने केंद्र वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से आज के पेश किए गए बजट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी का कहना है कि य बजट आम जनता के साथ एक धोखा है जिसे भाजपा की सरकार ने इस साल भी जारी रखा है। पार्टी का कहना है कि इस बार के बजट में आम लोगों को कोई सुविधा नहीं दी गई है और महंगाई से पीड़ित जनता का कोई ध्यान नहीं रखा गया है।
आज यहां बजट पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्वर शर्मा ने कहा कि यह बजट पूंजीवादी सरकार की ओर से पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने वाला बजट है। उन्होंने कहा कि बजट के बाद महंगाई और बढ़ेगी और मध्यमवर्ग पर महंगाई का बोझ और भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से इस बजट में बेरोजगारी दूर करने के लिए कोई उपाय नहीं सुझाए गए हैं। देश के 55 करोड़ बेरोजगार युवाओं के लिए बारे में इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री की ओर से आज का छोड़कर अगले 25 साल का जुमला देश की जनता को इस बजट में दिखाया है। उन्होंने कहा कि पिछले साल के बजट में भी सरकार की ओर से दो करोड़ सालाना रोजगार देने का वादा किया गया था जो आज तक पूरा नहीं हो पाया। इस बार भी उन्होंने 60 लाख सालाना रोजगार देने का एक बार फिर से जुमला इस बजट मैं पेश किया है।
उन्होंने कहा कि मध्यम वर्ग इस बजट में टैक्स सलैब मैं बढ़ोतरी की उम्मीद लगाए बैठा था, जिसे वित्तमंत्री ने पूरी तरह से अनदेखा किया है। किसानों की एमएसपी बढ़ाने की मांग को भी इस बजट में अनदेखी की गई है। उन्होंने कहा 1 साल आंदोलन चलाने के बाद भी किसानों की सबसे जरूरी मांग स्वामीनाथन रिपोर्ट के हिसाब से पूरे देश में एमएसपी लागू हो उसे भी आज के बजट में दरकिनार कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि देश के किसान को भी सिर्फ डिजिटलाइजेशन का सपना दिखाकर बेवकूफ बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि जिस क्रिप्टो करेंसी को लाने की बात वित्त मंत्री ने की उसकी परिभाषा देश की 80 परसेंट जनता जानती तक नहीं।उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री का यह कहना कि कोई नया टैक्स नहीं लगाना भी एक तरह की राहत है यह देश की जनता के मुंह पर एक तमाचा है।